जिलापंचायत कुशीनगर की नाकामी का दंश झेल जाम मे जूझते लोग                                                       

जिलापंचायत कुशीनगर की नाकामी का दंश झेल जाम मे जूझते लोग                                                         कुशीनगर । जनपद मे जिलापंचायत और अधिकारियों की उदासीनता और दायित्वविहिनता के कारण आम जन बेजह की जाम की समस्याओं से घंटों तक जूझते हैं न कोई नियम है न ब्यवस्था है और ना ही इन लापरवाह अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को इससे लेना देना है।                            जी हाँ बात करते हैं जनपद के चर्चित बाजार रगडगंज बाजार की। अंग्रेजी हुकूमत से पहले से चर्चित इस बाजार की अनदेखी आज जिला प्रशासन और जिला पंचायत दोनो कर रहा है पहले यह बाजार रगडगंज के अंदर लगता था लेकिन बाद मे यह बाजर छोटी गंडक नदी पर लगने लगा जिलापंचायत के अभिलेखों मे इसका कोई लेखा जोखा नही है और ना ही यह बाजार नीलामी की जाती है और न सरकार या प्रशासन को इसका राजस्व मिलता है अब्यवस्था इस लिए है कि बाजार लगाने के लिए कोई जमीन आवंटित नही है इसलिए सप्ताह के दो दिन वुद्ववार और शनिवार को यह भारी बाजार सडक और नदी के पुल पर ही लग जाता है दोनो तरफ दुकानदार दुकान सजा देते हैं और बाजार करने वाले असंख्य लोग सडक पर खडे होकर खरीदारी करते हैं बाईक और चारपहिया वाहनों को निकलने मे घंटों लग जाता है बाजार लगने के बाद अगर दोनो तरफ से भारी चार पहिया वाहन आमने सामने आ गये तो स्थिति असहज हो जाती है साईकिल, पैदल,बाईक और चारपहिया वाहन सभी का आगमन घंटो तक अवरुद्ध हो जाता है इसतरह जिला प्रशासन और जिला पंचायत कुशीनगर की नकारापन के कारण आम जनमानस,राहगीरों को भारी जाम की समस्या से जूझना पडता है पुल के पूरब,पूल पर और पुल के पश्चिम तरफ जो अकटहा मठिया गाँव की तरफ पडता है भारी जाम लगा रहता है ना ही उपजिलाधिकारी को पता है और ना ही अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को आम आदमी के जनसमस्याओं से सरोकार रह गया है भाड मे जाय आम जनता और उनकी समस्या। किसी न किसी दिन पुल भी गिरेगा क्योंकि पुल या ब्रिज पर भारी भीड एकत्र नही किया जाता इससे भारी मानवीय त्रासदी की घटना घट सकती है।