आदि शक्ति समिति ने बाटे कम्बल,गरीब के चेहरे खिल उठे

  आदि शक्ति समिति ने बाटे कम्बल,गरीब के चेहरे खिल उठे       गोरखपुर।गरीब व्यक्ति ठंड से  निजात पाने के लिए प्रशासनिक अमला के तरफ  टकटकी लगा कर देखता है लेकिन सरकारी प्रयास नाकाफी होता है। जिसको  गति देने की जरूरत है,जिससे कोई भी गरीब ठंड से ठिठुरते दिखाई न पड़े। इस प्रयास को  जमीन पर उतारने का कार्य काफ़ी हद तक आम व्यवस्था से चलने  वाली स्थानीय व्यक्ति या संगठन साकार रूप देने की चेष्टा जरूर करते है जिसकी बानगी उपनगरीय सहज़नवा परिक्षेत्र में स्थित एक संगठन जो पिछले 20 साल से मा आदि शक्ति समिति बना कर सरकार की व्यवस्था को दरकिनार कर अपने सदस्यों व स्थानीय लोगो के सहयोग से ठिठुर रहे आम गरीब तबके को कम्बल वितरण करने का कार्य करता आ रहा है। विदित है कि मा आदि शक्ति समिति वर्ष 2000 में स्थानीय सदस्यों  की टोली बना कर दुर्गा पूजन करने का बीड़ा उठाया था जिसमें सदस्यों से कुछ सदस्यता शुल्क के  नाम पर तो कुछ जो आम समितियों में होता है चंदा के नाम पर स्थानीय दुकानदारों के सहयोग से पूजा को संचालित करते रहे।फिर समिति के सदस्यों ने आपसी सहयोग से कई मूर्त कार्य करते रहे जिससे आम पब्लिक लाभांवित होती रहे।इसी कड़ी सहज़नवा नगर पंचायत काली मंदिर चौराहा के समीप रेलवे ग्राउंड में गरीवो को ठंड से निजात दिलाने के लिए कम्बल वितरित किया गया।इस अवसर पर संस्था सदस्य श्रवण जायसवाल,सौरभ मद्धेशिया,शुभम मद्धेशिया,विनय जायसवाल,राम जायसवाल,रोहित बर्मा ,राजन सिंह,गणेश निगम,अरुण गुप्त,दीपक जायसवाल,आयुष गुप्त,विवेक गुप्ता सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।